फोटो – समूहगत शिविरार्थी

कल्याणपुर। कस्बे के जगदम्बा राजपूत छात्रावास परिसर में आयोजित श्री क्षत्रिय युवक संघ के सात दिवसीय माध्यमिक प्रशिक्षण शिविर में शिविर प्रमुख अर्जुन सिंह देलदरी ने बताया कि हमने 7 दिन में तनसिंह जी के दर्शन को समझने का हमने प्रयास किया। श्रेष्ठ काम करने के लिए जो संसार में आते हैं वह रुका नहीं करते, वो बैठा नहीं करते, वे किसी रिश्तो में बंधा नहीं करते, उनको चलना ही पड़ेगा, उनको आगे बढ़ना ही पड़ेगा, ऐसे काम को करते हमारा मन कैसे थक सकता है? कैसे हम रुक सकते हैं? साक्षात इस प्रकार के जब इस मार्ग पर हम लोग चलते हैं तो ऐसा लगता यह मार्ग जो दूसरे लोगों को एक राह दिखाने वाले दूसरे लोगों के पथ प्रदर्शक बनने वाले ऐसे लोगों का मार्ग है जो इस मार्ग पर आप सब लोगों को 7 दिन तक यहां अभ्यास करवाया गया, क्या आप सबको क्षत्रिय युवक संघ की जो पीड़ा थी जो तन सिंह की पीड़ा थी उससे पीड़ित करने का काम किया गया, संघ का विचार आप सब का विचार किस प्रकार से बन सकता है वह पूरा का पूरा प्रयास किया गया। अब आपके ऊपर यह निर्भर करता है कि आप इस संघ रूपी बीज का जो थोड़ा बहुत बीजारोपण आपके अंदर हुआ है आपको लगे या नहीं लगे लेकिन मेरे अंदर जो विचार आरोपण हुआ है वह कहीं समाप्त नहीं हो जाए समाप्त होने से पहले जब आप वापस दोबारा इस तरह के मेलों में आते रहें।

फोटो – शिविर विदाई कार्यक्रम।

सात दिवसीय शिविर में 98 स्वयंसेवकों ने लिया प्रशिक्षण।

संभाग प्रमुख मूलसिंह काठाड़ी ने बताया कि शिविर में सुबह 5 बजे जागरण कार्यक्रम से लेकर रात 10 बजे तक विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से शिविर में थोब, रेवाड़ा , देमो की ढाणी, दहीपड़ा खिंचीयान, कानोड़, साजियाली, चान्देसरा, साथुनि, वरिया, सरली, सरवड़ी, शिवकर, गंगाला, शिव, खडाली, पिंडारन, पिपलून, सैला, कुण्डल, पादरू, अकदड़ा , दुधवा, दाखा, बिजराड़, हाथमा, बडोड़ागांव, गुड़ानाल, इन्द्राणा, थापन, खारा, उण्डखा, सवाऊ, टापरा, मुंगेरिया, कालेवा, काठाड़ी, सिणेर, बुड़ीवाड़ा, देवंदी, किटनोद, कितपाला आदि गांवों के 98 स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

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