भारत में चिप मैन्युफैक्चरिंग को लेकर बड़े पैमाने पर योजनाएं चलाई जा रही है। इस बीच केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार वैष्णव ने गुरुवार को मेड इन इंडिया चिप को लेकर दिया बड़ा अपडेट।
INB एजेंसी, रिपोर्ट। औद्योगिक जगत में आने वाले दिनों में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले इलेक्ट्रॉनिक चिप की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर भारत बड़ी तैयारी में जुटा है। इस कड़ी में केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को कहा है कि 2025 के शुरूआती महीनों तक देश में पहली बार स्थानीय रूप से निर्मित चिप तैयार हो जायेंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि भारत तेजी से चीन और दूसरे मैन्युफैक्चरिंग हब के लिए एक भरोसेमंद विकल्प के रूप में उभर रहा है।
सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग की योजनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल में हमें बड़ी सफलता मिली है। हमने जनवरी 2022 में इसे लेकर घोषणा की थी और आज हमारे पास पांच यूनिट हैं। हम 2025 के मध्य में पहली मेड इन इंडिया चिप शिपिंग के लिए तैयार होंगे।” इस दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि भारत तेजी से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है।
केंद्रीय रेलवे और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि भारत मैन्युफैक्चरिंग में पूरी तरह से बदल गया है और अब देश उन चीजों को एक्सपोर्ट कर रहा है जिनका वह पहले आयात करता था। उन्होंने भरोसा जताया कि 2027-28 तक देश की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हमारी नॉमिनल ग्रोथ रेट 10 से 11 प्रतिशत के आसपास है। साथ ही जापान और जर्मनी की अर्थव्यवस्था इस समय मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। इसलिए मेरा अनुमान है कि हम 2027 या शायद 2028 में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जायेंगे।’