INB एजेंसी, रिपोर्ट। राज्यसभा में आज संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर विशेष चर्चा शुरू हुई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चर्चा की शुरुआत करते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संविधान की रक्षा के मुद्दों पर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने 1949 में सरकार की आलोचना करने के लिए प्रसिद्ध गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी और अभिनेता बलराज साहनी को जेल भेजने के तत्कालीन कांग्रेस सरकार के फैसले का उल्लेख किया।
श्रीमती सीतारमण ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लोकतंत्र को मजबूत करने के बजाय एक परिवार की मदद और सत्ता में बैठे लोगों की रक्षा के लिए संविधान में संशोधन करती रही। उन्होंने देश में आपातकाल लगाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपातकाल के दौरान लोक सभा का कार्यकाल बिना किसी उचित कारण के बढ़ाया गया और इस दौरान पूरे विपक्ष को जेल में डाल दिया गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा हमेशा महिलाओं के कल्याण और महिला आरक्षण के लिए प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने कहा कि बहुमत होने के बावजूद तत्कालीन राजीव गांधी सरकार महिला आरक्षण विधेयक नहीं लायी, लेकिन उनकी सरकार ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने के लिए कानून पारित किया। सुश्री सीतारमण ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान की रक्षा के लिए है। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं।